ज़िंदगी जीने का नाम है हम चाहे जितनी परिभाषाएँ सुन लें ज़िंदगी को लेकर उन परिभाषाओं में कहीं साफ़ तो कहीं छिपा हुआ मिलता है कि जो जिया, जितना जिया,जितना जीने की आशा है वही ज़िंदगी की परिभाषा है आपके क्या मायने हैं ज़िंदगी को लेकर?